A woman in this world

 वह सर्दी की धूप में चटाई बिछाकर आंख मूंदे लेटी थी । तेज धूप चेहरे को सुर्ख किए जा रही थी। 

"चेहरा काला पड़ जाएगा नौनी", मां के शब्द कानों में पड़ते और निकल जाते। 

वह दुनिया घूम रही थी। अचानक उसकी आंख खुली, नीला सुनेहला आसमान और उसमें घूमती चील। एक नहीं, अनेक। वह आसमान की गहराहाई में खोजने लगी। जहां तक देखा चील ही दिखीं।



#shortstory #dreams #beingawoman

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